सीईओ से लेकर डिप्टी ईओ तक का घेराव, 3 दिन का अल्टीमेटम

पुलिसकर्मी के निलंबन से कम कुछ स्वीकार नही, ड्यूटी का भी करेंगे बहिष्कार

हरिद्वार। कोविड-19 की रात की पाली में रेलवे स्टेशन ड्यूटी देने आ रहे राजकीय प्राथमिक विद्यालय पीली पड़ाव के शिक्षक से चंडीघाट चौकी पर पुलिसकर्मी द्वारा गली गलौच एवं मारपीट किये जाने का मामला तूल पकड़ गया है। शिक्षकों ने सीईओ, डीईओ बेसिक एवं उपशिक्षाधिकारी के घेराव कर कार्यवाही न होने की दशा में ड्यूटी बहिष्कार कर आंदोलन का निर्णय लिया है। 




गौरतलब है कि करो ना जैसी वैश्विक महामारी से निपटने के लिए जहां एक और जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग अपनी व्यवस्थाओं में लगा है वहीं दूसरी ओर शिक्षा विभाग के 800 से ज्यादा शिक्षक बेहद संवेदनशील जगहों पर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे हैं इसी कड़ी में प्रवासी लोगों को लेकर आ रही ट्रेनों से आ रहे प्रवासियों के रिकॉर्ड कीपिंग से लेकर उनके गंतव्य तक पहुंचाने में शिक्षक रात-दिन जी जान से जुटे हैं। इसी के तहत रात की पाली में ड्यूटी करने आ रहे पीली पड़ाव के अध्यापक महेंद्र प्रताप सिंह से चंडी चौकी पुलिस के सिपाही युद्धवीर सिंह द्वारा मारपीट कर दी गई। इस घटनाक्रम से आला अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद कार्यवाही न होने पर आज सैकड़ों ड्यूटीरत शिक्षकों ने मुख्य शिक्षाधिकारी, जिलाशिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा तथा उपशिक्षाधिकारी बहादराबाद का घेराव कर ज्ञापन दिया। शिक्षकों ने साफ शब्दों में कहा कि यदि 3 दिन के भीतर दोषी सिपाही के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही नही की गई तो शिक्षक ड्यूटी नही करेंगे। शिक्षकों ने कहा कि इस महामारी के समय सभी ड्यूटीरत शिक्षक बॉर्डर से लेकर स्टेशन तक सीमित संसाधनों में रात दिन निष्ठा से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिपाही का आचरण निंदनीय है उस पर पुलिस उसको बचाने का काम कर रही है।  इस अवसर पर मनोज शर्मा, डॉ. शिवा अग्रवाल, महेंद्र प्रताप सिंह, जितेंद्र सिंह, अमर क्रांति, शरद भारद्वाज, तेज प्रकाश, दिनेश वर्मा, मुकेश कुमार, राजेश भट्ट, सुरेंद्र कुमार, रवि कुमार गोस्वामी, अमन, राजकमल, मनोज सहगल, हरमिंदर सिंह, महिपाल सिंह, राजीव कुमार चौहान, संजीव बोरी, रविन्द्र चौहान सहित अन्य शिक्षक मौजूद थे। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए उपशिक्षाधिकारी श्रीमती दीप्ति यादव ने सीईओ को पत्र लिखा है वहीं सीईओ डॉ. आनंद भारद्वाज ने जिलाधिकारी को पत्र प्रेषित कर शिक्षकों के मिजाज से अवगत करा दिया है।