दून कैम्ब्रिज स्कूल को नोटिस, भार्गव स्टेशनर्स को सील करने के लिए नगर मजिस्ट्रेट को लिखा पत्र
हरिद्वार। निजी स्कूलों की मनमानी पर अंकुश न लग पाने तथा सरकार की ओर से जारी आदेशों की अवहेलना की लगातार मिल रही शिकायतों के बीच मुख्य शिक्षाधिकारी डॉ आनंद भारद्वाज ने एक निजी स्कूल की खुली लूट का पर्दाफाश किया । निजी स्कूल शासनादेश की धज्जियां उड़ाते हुए अभिभावकों से टयूशन फीस के अलावा कई अन्य प्रकार के शुल्क वसूली करने में जुटा था । इसके अलावा निजी स्कूल कमीशन के लालच में एक बुक सेलर से महंगी पुस्तके अभिभावकों को जबरन थोपने में लगा था । फिलहाल शिक्षा विभाग स्कूल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी कर चुका है । स्कूल की एनओसी को रदद करने की तैयारी शुरू कर दी गई है ।
बताते चलें कि मुख्य शिक्षाधिकारी डॉ आनंद भारद्वाज ने हरिद्वार के अभिभावकों को उनके व्हाट्सएप्प पर शिकायत की अपील की थी। इस पर उनके मोबाइल पर शिकायतों का अंबार लगना शुरू हो गया ।
बुधवार की सुबह ऐसे ही एक पीड़ित अभिभावक का मैसेज मुख्य शिक्षाधिकारी को मिला । मुख्य शिक्षाधिकारी आनंद भारद्वाज ने हरिद्वार बाईपास मार्ग स्थित दून कैंब्रिज स्कूल के खिलाफ की गई शिकायत को गंभीरता से लिया और प्रकरण की जांच उप शिक्षाधिकारी बहादराबाद दीप्ति यादव के सुपुर्द कर दी । दीप्ति यादव ने तत्काल एक व्यक्ति को नकली ग्राहक बनाकर भार्गव बुक सेल्स के यहां भेजा और कक्षा एक की किताब 2538 रूपये में खरीदकर बिल हासिल कर लिया । शिकायत की पुष्टि होने के बाद मुख्य शिक्षाधिकारी आनंद भारद्वाज , दीप्ति यादव दून कैंब्रिज स्कूल पहुंचे । जहां से फीस के संबंध में जानकारी हासिल की तो पता चला कि अभिभावकों का उत्पीडन किया जा रहा है । मुख्य शिक्षाधिकारी आनंद भारद्वाज ने बताया कि कोरोना आपदा में हर व्यक्ति सरकार और जनता का सहयोग कर रहे है । लेकिन दून कैंब्रिज स्कूल लूट करने में जुटा था । जबकि उक्त स्कूल निजी प्रकाशक की बुक भार्गव बुक सेलर के यहां से जबरन खरीदने को अभिभावकों को विवश कर रहा है। स्कूल के खिलाफ नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। डॉ. भारद्वाज ने कहा कि स्कूलों को लूट और मनमानी कतई नही करने दी जाएगी। जो भी स्कूल प्रबंधन सरकार के नियमों की अवहेलना कर नियम विरुद्ध कार्य करेंगे वह कार्यवाही को तैयार रहें।