सर्वे, प्रशिक्षण के बाद अब प्रवासियों के आगमन पर विभिन्न स्थानों पर शिक्षक तैनात, जुटे हैं रात-दिन
हरिद्वार। वैश्विक महामारी कोरोना से जहां पूरा विश्व प्रभावित है वहीं दूसरी ओर लॉक डाउन होने से तमाम व्यवस्थाएं पटरी से उतर गई हैं। वहीं शैक्षिक संस्थान भी बंद हैं। इन सबके बावजूद स्वास्थ्य विभाग के फ्रंटलाइन योद्धाओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जो विभाग काम कर रहा है वह शिक्षा विभाग है। जिलाधिकारी के आदेश के बाद यह विभाग हमेशा की तरह पूरी तरह से सक्रिय है तथा सैकड़ों शिक्षक दिन रात पूरी मेहनत एवं जी जान से जुटे हैं वहीं दूसरी ओर जिले के आला अफसर भी रात-दिन एक किए हुए हैं।
गौरतलब है कि लॉकडाउन शुरू होने के साथ ही जिला प्रशासन द्वारा शिक्षकों की ड्यूटी विभिन्न जगहों पर लगानी शुरू कर दी गई थी। संवेदनशील इलाकों के साथ साथ कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने का काम हो या मोबाइल टीम द्वारा अन्य प्रकार के प्रशिक्षण सभी कार्यों को शिक्षकों ने पूरी निष्ठा एवं अल्प संसाधनों के साथ निभाया। वहीं दूसरी ओर रेड जोन सहित सभी वार्डों में शिक्षकों द्वारा स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ घर घर सर्वे का काम भी बखूबी किया गया। अब एक बार पुनः इन सभी कामों के साथ जो महत्वपूर्ण जिम्मेदारी शिक्षकों के कंधों पर आई है वह है प्रवासी लोगो के आगमन उपरांत उनकी स्क्रीनिंग एवं डाटा को लिपिबद्ध करने की जिम्मेदारी। गत दिनों देश के विभिन्न राज्यों से प्रवासियों को बस एवं ट्रैन के द्वारा लाने का सिलसिला जारी है। भारी तादाद में लोगो को लाना एवं उनकी स्क्रीनिंग इत्यादि कर उनको उनके गंतव्य तक पहुंचना एक बड़ा काम है जिसको बहादराबाद ब्लॉक के सभी डयूटीरत शिक्षक बखूबी अंजाम दे रहे हैं जिनकी सर्वत्र भूरी भूरी प्रशंसा की जा रही है। शिक्षकों के इसी समर्पण को विभाग के प्रदेश स्तर के अधिकारियों ने भी सराहा है। सीईओ हरिद्वार डॉ. आनंद भरद्वाज ने कहा कि चुनाव, जनगणना सहित जब भी किसी काम मे शिक्षकों की जरूरत पड़ी उन्होंने निष्ठा के साथ अपनी क्षमता से ज्यादा काम किया अब जब देश मे विपत्तिकाल है ऐसे में भी हमारे शिक्षक कोरोना योद्धा बनकर फ्रंट लाइन में हैं। उन्होंने कहा कि वह ड्यूटीरत सभी शिक्षक जो राउंड द क्लॉक काम कर रहे हैं उनकी भूरी भूरी प्रशंसा करते हैं। वहीं खंड शिक्षा अधिकारी अजय कुमार चौधरी इन सभी व्यवस्थाओं का कुशलतापूर्वक नेतृत्व करते हुए दिन रात लगे हैं।
(डॉ. शिवा अग्रवाल की रिपोर्ट)