हाई रिस्क नहीं, कोरोनो संक्रमण के वाहक हो सकते हैं बच्चे : डॉ. नमिता

कोरोना के बारे में बच्चों को समझाएं, डालें साफ-सफाई की आदत



हरिद्वार। कोरोना वायरस संक्रमण ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले रखा है। यद्यपि बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है इसलिए उन्हें उतना खतरा नही पर बच्चे भी संक्रमण के वाहक बन सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि बच्चों में सफाई की आदतें डाली जाएं तथा लॉकडाउन के समय उनको इसके संभावित खतरों के बारे में जरूर बताएं तथा डराने के बदले पूरी जानकारी दें। यह बात वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नमिता अग्रवाल ने कही।
रामकृष्ण मिशन चिकित्सालय में बाल चिकित्सक एवं नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. नमिता अग्रवाल ने कहा कि कोविड-19 के खतरों से सभी लोग अवगत हैं। इस महामारी ने पूर्व विश्व को अपनी चपेट में ले रखा है। उन्होंने कहा कि बड़ो बुजुर्गों की तरह बच्चों में भी वायरस संक्रमण का खतरा है। नवजात शिशुओं में प्रतिरोधक क्षमता कम होती है इसलिए उनको ज्यादा प्रोटेक्शन जरूरी है। वह कहती हैं कि इसका मतलब यह बिल्कुल नही की बड़े बच्चे इससे प्रभावित नही हो सकते परंतु बच्चो की प्रतिरोधक क्षमता इससे लड़ने में मदद करती हैं। डॉ. नमिता कहती हैं कि बच्चे संक्रमण फैला तो सकते हैं इसलिए इस विषम परिस्थिति में जब बच्चे घर पर ही हैं तो उन्हें कोरोना के खतरों के बारे में प्यार से समझाना चाहिए। इसके साथ ही बच्चों में स्वच्छता की आदतें, हाथ धोने के सही तरीकों तथा मास्क आदि के प्रयोग के बारे में भी बतायें। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को भी विशेष एहतियात बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पहले जमाने मे 40 दिन तक जच्चा के बाहर निकलने पर रोक होती थी इसका यही वैज्ञानिक आधार है कि बाहर के तमाम संक्रमण से जच्चा-बच्चा बचे रहें। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर अभी बहुत कम स्टडी हुई हैं इसलिए खुद को ओर बच्चों को बचाकर रखना बहुत जरूरी है। उत्तराखंड में 9 माह के बच्चे में संक्रमण का पाया जाना अलार्मिंग है। यदि बच्चा कोरोना संक्रमित हो तो घबराने के बजाय सबसे पहले बच्चे का स्वाथ्य परीक्षण एवं गाइडलाइन के हिसाब से उसकी देखभाल की जाती है। बच्चे इस वायरस को जल्दी मात दे देते हैं। मधुमेह रोगी, कैंसर के मरीज, गोद वाले बच्चे, वरिष्ठ नागरिक एवं स्टेरॉयड आदि ले रहे मरीज कोरोना के हाई रिस्क पर रहते हैं। 



ऐसे करें बच्चों की सुरक्षा-
- बच्चों को किसी भी संक्रमित व्यक्ति से दूर रखें।
–घरों के फर्श को साफ रखें और खिलौने को भी सैनिटाइज करते रहें।
– अपने बच्चों के नाखूनों को साफ रखें।
– अपने बच्चों को सिखाएं कि बार-बार चेहरे को ना छुएं।
– अपने बच्चों के साथ भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाएं। 
– खांसते या छींकते वक्त मुंह पर टिशू पेपर रखें, ना कि हाथ यह बच्चों को समझाएं।
– अपने बच्चों को कोरोना वायरस से जुड़ी सारी जानकारी दें उन्हें डराएं नही।
– संक्रमण के जोखिम को रोकने के लिए अपने बच्चों को बेसिक हाइजीन की आदतों के बारे में बताएं।