भगवान रामकृष्ण ने दिया सर्वधर्म समभाव एवं सेवा का संदेश, जयंती पर कार्यक्रम आयोजित


हरिद्वार । अध्यात्म क्षेत्र की महान विभूति रामकृष्ण परमहंस 185 वीं की जन्म -जयंती   आज उपनगर कनखल स्थित रामकृष्ण मिशन मठ एवं सेवा आश्रम में श्रद्धा पूर्वक मनाई गई।
        इस अवसर पर आयोजित संत समागम में बड़ी तादाद में संतो महंतों महामंडलेश्वर ने भाग लिया ।संत समागम को संबोधित करते हुए मठ के सचिव स्वामी नित्यशुद्धानंद महाराज ने कहा  कि  रामकृष्ण परमहंस ने सब धर्मों को समान मानते हुए कहा था कि ईश्वर एक है और उसको जाने वाले पथ अलग-अलग हैं । इसलिए हमें सभी धर्मों का आदर करना चाहिए और सभी धर्म एक दूसरे के पूरक हैं। रामकृष्ण परमहंस सर्वधर्म समभाव के वाहक थे। 
        उन्होंने कहा कि आज  रामकृष्ण परमहंस, मां शारदा और उनके अनन्य शिष्य स्वामी विवेकानंद के विचारों की पूरी दुनिया को बेहद जरूरत है।उनके विचारों पर चलकर ही विश्व में शांति स्थापित की जा सकती है। 
        महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद महाराज ने कहा कि आज समाज को रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद जैसे सिद्ध योगियों के विचारों को अपनाने की जरूरत है। इन साधकोंसाधकों- तपस्वी  लोगों के विचार हर युग में प्रासंगिक रहेंगे ।महन्त  स्वामी ऋषिश्वरानंद  संजय महन्त ने कहा कि कनखल स्थित रामकृष्ण मिशन रामकृष्ण परमहंस और उनके शिष्य स्वामी विवेकानंद जी के विचारों को लगातार आगे बढ़ा रहा है और जन सेवा में लगा है। 
        कार्यक्रम के संयोजक स्वामी दयाधिपानंद महाराज  डॉ शिवकुमार महाराज ने कहा कि  रामकृष्ण परमहंस साक्षात ईश्वर का रूप थे और उन्होंने दुनिया को स्वामी विवेकानंद जैसा योग्य शिष्य देकर एक महान कार्य किया ।उनके विचारों को कभी नहीं भुलाया जा सकता। 
         संत  समागम की अध्यक्षता महामंडलेश्वर भगवत स्वरूप महाराज ने की । इस अवसर पर महंत दुर्गादास, महन्त हठयोगी ,महामंडलेश्वर प्रेमानंद, महामंडलेश्वर शिवानंद, महामंडलेश्वर आनंद चेतन ,महामंडलेश्वर गुरमीत सिंह ,स्वामी हरिहरानंद, स्वामी उमेश्वरानंद मंजू महाराज,  स्वामी वरप्रदानंद महाराज, स्वामी जगदीश महाराज, स्वामी अनूप महाराज,  स्वामी असीम महाराज ,स्वामी चंद्रशेखर महाराज, स्वामी हरिमहिमानंद महाराज समेत कई संत महन्त उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन स्वामी हरिहरानंद महाराज ने किया। आज सुबह तड़के 4:30 बजे ध्यान ,मंगल आरती के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इस अवसर पर स्वामी रामकृष्ण परमहंस जी की  शोभायात्रा भी निकाली गई । यज्ञ का आयोजन किया गया और सुप्रसिद्ध संगीतकार  भजन गायक सुनील मुखर्जी ने भजनों की प्रस्तुति दी और प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ । इस अवसर पर फिल्म निदेशक उर्मिला पंडिता के निर्देशन में बनी दो लघु फिल्में आश्रम और चिकित्सालय की यात्रा पर प्रदर्शित की गई। जिसका संयोजन निर्देशन स्वामी दयादयाधिपानंद महाराज डॉक्टर शिव कुमार ने किया।